Ms. Saumya Pandey
Edify School, Kanakapura Road, Bangalore
क्या बताऊँ कि जिस दिन से
किसी भी बच्चे काे हैं पढ़ाया
हमेशा देश की उन्नती का ख़याल ही तो हमेशा मन में आया
जब भी किसी लड़की की आँखों में डर का साया है पाया
उसे दुनिया के ख़िलाफ़ भी जाना पड़े तो सीना तान कर चले यही है सिखाया
किसी भी हाल में लोगों के तानाे और झूठी धमकियों से कभी पीछे न हट जाए
परिस्थिति फिर चाहे कितनी भी
गंभीर हो जाए
देश की बेटी हमेशा सब को आगे बढ़ाये
यही सोचकर हर एक विद्यार्थी को है हर दिन पढ़ाया
आने वाली पीढ़ी को किताबों के
पन्नों से नहीं
दिल से है पढ़ाया जाता
ऐसे ही थोड़ी बच्चों को हैं
सही ग़लत सिखाया जाता
हम दिल में देश के निर्माण
की कभी न बुझने वाली आग लिए घूमते हैं।।
तो जो लोग हमारे पढ़ाने के तरीक़े पे अनगिनत सवाल हैं उठाते
उनको फिर से बतादे
जितने भी बच्चों को आज तक
एक अघापिका के रूप में हैं पढ़ाया
भारत माँ सदा तेरी उन्नती और निर्माण का
ख़याल ही तो मन में आया ।।
_
सौम्या पांडेय ( part-2) of the Independence Day poem